“वंतारा जामनगर: जहां हाथियों के लिए रोज़ बनता है 56 भोग और होती है आयुर्वेदिक सेवा”

🗓️ Published on: May 1, 2025 3:57 pm
वंतारा जामनगर

वंतारा जामनगर: गुजरात के जामनगर में स्थित वंतारा परियोजना आज भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में वन्यजीव संरक्षण का एक प्रेरणास्त्रोत केंद्र बन चुकी है। रिलायंस इंडस्ट्रीज और रिलायंस फाउंडेशन द्वारा शुरू की गई इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य घायल और संकट में फंसे वन्यजीवों का बचाव, उपचार और पुनर्वास करना है। 3,000 एकड़ में फैला यह केंद्र विशेष रूप से हाथियों, गैंडों, तेंदुओं और अन्य प्रजातियों के लिए प्राकृतिक आवास जैसा वातावरण प्रदान करता है।

“वंतारा जामनगर गजराजों के लिए 14,000 वर्ग फुट में बना भव्य रसोईघर

वंतारा जामनगर में हाथियों की देखभाल को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाती है। यहाँ 14,000 वर्ग फुट क्षेत्र में एक विशाल रसोईघर बनाया गया है, जहां हर दिन हजारों किलो भोजन तैयार किया जाता है। इस रसोई में हर हाथी के शारीरिक और मौखिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए विशेष आहार तैयार किया जाता है।

यहाँ प्रतिदिन 500 किलो रागी और नारियल से बने लड्डू तैयार किए जाते हैं। इसके अलावा, 600 किलो से अधिक पौष्टिक खिचड़ी और हजारों किलो ताजी सब्जियाँ भी हाथियों के भोजन में शामिल की जाती हैं। विश्व हाथी दिवस के मौके पर यहाँ गजराजों को 56 प्रकार के व्यंजन (56 भोग) अर्पित किए जाते हैं, जो वन्यजीव सेवा का अनूठा उदाहरण है।

आयुर्वेदिक पद्धति से होती है हाथियों की सेवा

वंतारा परियोजना में आधुनिक विज्ञान के साथ-साथ पारंपरिक आयुर्वेदिक तकनीकों का भी भरपूर उपयोग किया जाता है। यहाँ के अनुभवी आयुर्वेदाचार्य हाथियों को गर्म तेल से मालिश करते हैं और उनकी त्वचा की देखभाल के लिए मुल्तानी मिट्टी जैसे प्राकृतिक उपचार अपनाते हैं। इस holistic देखभाल का उद्देश्य है कि हाथी शारीरिक रूप से स्वस्थ रहें और मानसिक रूप से संतुलित बने रहें।

वन्यजीवों के लिए बनाया गया प्राकृतिक आवास

वंतारा जामनगर केवल हाथियों तक सीमित नहीं है। यहाँ गैंडे, तेंदुए, मगरमच्छ और हजारों पक्षियों व सरीसृपों को भी बचाया गया है और उन्हें पुनर्वासित किया गया है। विशेषज्ञों की टीम ने पूरे 3,000 एकड़ क्षेत्र को घने जंगल जैसा रूप दिया है ताकि जानवरों को प्राकृतिक वातावरण में जीवन जीने का अनुभव मिले। अनंत अंबानी, जो रिलायंस फाउंडेशन के अध्यक्ष हैं, के अनुसार वंतारा कोई चिड़ियाघर नहीं, बल्कि जानवरों के लिए एक “सेवा गृह” है, जहां उन्हें सम्मान और स्वतंत्रता के साथ जीवन जीने का अवसर मिलता है।

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निष्कर्ष

जामनगर का वंतारा केंद्र आज विश्व में वन्यजीव बचाव और पुनर्वास का आदर्श बन चुका है। यहाँ की विशाल रसोई, आयुर्वेदिक उपचार पद्धतियाँ और प्राकृतिक जंगलनुमा वातावरण इस परियोजना को विशेष बनाते हैं। रिलायंस फाउंडेशन के इस प्रयास से न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया को यह संदेश मिल रहा है कि वन्यजीवों की सेवा और संरक्षण में ही मानवता की सच्ची सेवा छिपी है। वंतारा सच में “वन के सितारों” को बचाने और उन्हें फिर से चमकाने का महान कार्य कर रहा है।

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